- 240 Posts
- 617 Comments
यहाँ मुंबई में कालीना यूनिवर्सिटी के बस स्टॉप पर एक ADVERTISEMENT का पोस्टर लगा हुआ है –
OFFICERS CHOICE ,BLUE ,RAISE YOUR VOICE, साइड में एक वाक्य लिखा -नारी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाओ.कुछ चित्र भी बने हुए हैं.कल मैंने टेलीविज़न पर भी किसी चैनेल पर इसका ऐड आते हुए देखा. यह नाम तो मुझे सुना -सुना जैसा लग रहा था,पर गहनता से जानने पर ज्ञात हुआ,यह एक व्हिस्की है.
अब भाई कोई मुझे यह बताये,नशे में आने के बाद कोई अत्याचार के खिलाफ क्या आवाज़ उठाएगा,वह तो स्वयं एक अत्याचारी बन जाएगा.नहीं तो मौन होकर चुपचाप पड़ा रहेगा.
पर यह देश और कोटेशन बनाने वाले काबिल लोग,दोनों ही महान है,यहाँ कुछ भी कहो ,कुछ भी करो.हम सब आज़ाद हैं.
मुझे जहाँ तक याद है,सबसे पहले धनञ्जय चटर्जी को बलात्कार और ह्त्या के केस में फांसी दी गयी अपने देश में.उसका इंटरव्यू मैंने पढ़ा था -जिसमे उसने बताया,जेल में जितने दिन वह रहा,उसने माँ काली की बहुत उपासना और ध्यान किया.शायद इतना ध्यान वह पहले कर लेता तो वह और कुछ होता.पर मानवीय मष्तिष्क,गलती करने के बाद पश्चाताप करता है. ऐसी ही दामिनी केस के अपराधी में से किसी ने कहा -दामिनी की माँ ,उसकी माँ जैसी है.
इतनी ही अक्ल हर इंसान को पहले आ जाती,तो न जाने इस देश की तस्वीर क्या होती.
यही बात स्त्री वर्ग के लिए भी है,एक लड़की चार -चार लड़कों को दोस्त बनाकर घूमती,रंगरेलियां करती और जैसी ही लड़कों का मानसिक परिवर्तन हुआ,चारों मिलकर रेप करते. अतः एक ही ऐसा दोस्त बनाया जाये,जो भले दिखने में अति सुन्दर न हो.पर जीवन भर आप का मान -सम्मान करे.
मर्यादा सभी के लिए आवश्यक है,शायद यही अच्छे “ऑफिसर्स की चॉइस” भी होगी.
“सर्वे भवन्तु सुखिनः” की मनोकामना के साथ ________________आप सब का PKDUBEY.
Read Comments